लेकिन, क्या आप जानते हैं कि ब्रेन रोट क्या है? अगर नहीं, तो यहां जानें कि ब्रेन रोट क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
ब्रेन रोट के प्रभाव: ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने भी ब्रेन रोट को इस साल का वर्ड ऑफ द ईयर घोषित किया है। लेकिन, ये ब्रेन रोट क्या है? ब्रेन रोट का मतलब- ऑनलाइन चीजों को जरूरत से ज्यादा देखना या उनका इस्तेमाल करना। देखा जाए तो जब ऑनलाइन बहुत ज्यादा समय बिताने के बाद दिमाग पूरी तरह से बंद सा महसूस करने लगता है या इस ज्यादा इस्तेमाल से दिमाग की सेहत पर असर पड़ता है, तो इसे ब्रेन रोट कहते हैं।
ब्रेन रॉट की पहचान कुछ सामान्य से भी की जा सकती है। अगर किसी को किसी चीज पर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होती है, पढ़ाई नहीं कर पाता, जल्दी चिढ़ जाता है और किसी चीज को याद रखने में परेशानी होती है तो इसे ब्रेन रॉट के लक्षण माना जा सकता है। ऐसे में इस ब्रेन रॉट से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखा जा सकता है।
शरीर को फिट रखना भी जरूरी है ताकि दिमाग पूरी तरह से सुस्त न लगे। घंटों बिस्तर पर लेटे रहने और मोबाइल स्क्रॉल करने की बजाय एक्टिव हो जाएं। इससे शरीर का रक्त प्रवाह भी बेहतर होता है। इसके लिए वॉकिंग, स्ट्रेचिंग, एरोबिक्स या एक्सरसाइज आदि करें ताकि शरीर का रक्त प्रवाह बढ़े और आप खुश, क्रिएटिव और मानसिक रूप से एक्टिव महसूस करें।
नींद की कमी से एक नहीं बल्कि कई मानसिक और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। इसके अलावा नींद की कमी से याददाश्त और सीखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। ऐसे में पूरी नींद लेना जरूरी है। शरीर को फिट रखना भी जरूरी है ताकि दिमाग पूरी तरह से सुस्त न लगे। घंटों बिस्तर पर लेटे रहने और मोबाइल स्क्रॉल करने की बजाय एक्टिव हो जाएं। इससे शरीर का रक्त प्रवाह भी बेहतर होता है। इसके लिए वॉकिंग, स्ट्रेचिंग, एरोबिक्स या एक्सरसाइज आदि करें ताकि शरीर का रक्त प्रवाह बढ़े और आप खुश, रचनात्मक और मानसिक रूप से सक्रिय महसूस करें। दिनभर घर में पड़े रहना और मोबाइल स्क्रीन के सामने समय बिताना दिमाग पर असर डालता है। इसलिए घर से बाहर निकलना भी जरूरी है। समय-समय पर बाहर जाएं, लोगों से मिलें, दोस्तों के साथ या अकेले किसी पार्क आदि में प्रकृति की खूबसूरती में समय बिताएं।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में अच्छा खाना बड़ी भूमिका निभाता है। आप जो भी खाते हैं उसका सीधा असर दिमाग की सेहत पर पड़ता है। इसलिए डाइट में प्रोटीन, विटामिन, अमीनो एसिड, मिनरल और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर चीजों को शामिल करना जरूरी है। साथ ही, विटामिन डी की भरपूर मात्रा लेना न भूलें।
अस्वीकरण: यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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